जब ध्वनितरंगें किसी ऐसी वस्तु से टकराती हैं जिसकी कंपनावृत्ति (फ्रिक्वेंसी) उन तरंगों की कंपनावृत्ति के बराबर होती है तब वह वस्तु भी वैसी ही ध्वनि तरंगें उत्पन्न करने लगती है जो अ.अनुनादी कंपन-
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जब ध्वनितरंगें किसी ऐसी वस्तु से टकराती हैं जिसकी कंपनावृत्ति (फ्रिक्वेंसी) उन तरंगों की कंपनावृत्ति के बराबर होती है तब वह वस्तु भी वैसी ही ध्वनि तरंगें उत्पन्न करने लगती है जो अ.अनुनादी कंपन-