कर्णपाली कान की रक्षा करती है तथा ध्वनि से उत्पन्न तरंगों को इकट्ठा करके आगे कान के अन्दर भेजने में मदद करती है।
3.
पूरा बाह्य कर्ण कुहर रोमिल त्वचा से अस्तरित होता है, जो कर्णपाली को आच्छादित करने वाली त्वचा के सातत्य में ही रहता है।
4.
अधिकतर प्राणियों में, कान का जो हिस्सा दिखाई देता है वह ऊतकों से निर्मित एक प्रालंब होता है जिसे बाह्यकर्ण या कर्णपाली कहा जाता है।
5.
अधिकतर प्राणियों में, कान का जो हिस्सा दिखाई देता है वह ऊतकों से निर्मित एक प्रालंब होता है जिसे बाह्यकर्ण या कर्णपाली कहा जाता है।
6.
अधिकतर प्राणियों में, कान का जो हिस्सा दिखाई देता है वह ऊतकों से निर्मित एक प्रालंब होता है जिसे बाह्यकर्ण या कर्णपाली कहा जाता है।
7.
(external auditory meatus), कर्णपाली (auricle or pinna) कान का सिर के पार्श्व से बाहर को निकला रहने वाला भाग होता है।
8.
जिन मुर्गीयों के लाल कर्णपाली (earlobes, लोलकी) होती है वह भुरे अंडे देती है और जिनके सफेद होती है वह सफेद अंडे देती है.
9.
बाह्य कर्ण (कान) (External Ear)-बाह्य कर्ण के दो भाग होते हैं-कर्णपाली (बाहरी कान) (auricle of pinna) तथा बाह्य कर्ण कुहर।
10.
बाह्य कर्ण कुहर (external auditory meatus) बाहर कर्णपाली से अंदर टिम्पेनिक मेम्ब्रेन (टिम्पेनिक झिल्ली) या कान का पर्दा (ईयर ड्रम) तक जाने वाली नली होती है।