कर्णावर्त (Cochlea)-कर्णावत अपने ऊपर ही लिपटी हुई सर्पिल आकार की एक नलिका को कहते हैं।
3.
[3] सुनने की समस्या के कारण कर्णावर्त प्रत्यारोपण करवाने वाले लोगों में न्यूमोकॉकल मस्तिष्क ज्वर होने का जोखिम अधिक होता है।
4.
बाह्यकर्ण के आंतरिक छोर पर स्थित श्रवण पटल पर शब्द के कंपन, ध्वनि लहरियों के रूप में होते हैं, जिन्हें मध्य कर्ण की तीन अस्थियाँ, मैलियस (Malleus), इंकस (Incus) तथा स्टेपीज (Stapes) ग्रहण करती हैं तथा अंतकर्ण के कर्णावर्त (cochlea) की ओर भेजती हैं।