संज्ञा
| केवल मन बहलाने के लिए किया जाने वाला काम:"अंताक्षरी, ताश आदि खेल कहीं भी खेले जा सकते हैं" पर्याय: खेल, क्रीड़ा, अठखेली, कौतुक, विहार, विनोद, केलि, कलोल, किलोल, आमोद-प्रमोद, अर्गल, रमण,
| | नदी, समुद्र आदि के जल में थोड़ी-थोड़ी दूर पर रह-रहकर उठने और फिर नीचे बैठने वाली जलराशि जो बराबर आगे बढ़ती हुई-सी जान पड़ती है:"समुद्र की लहरें चट्टानों से टकराकर ऊपर उठ रही हैं" पर्याय: लहर, तरंग, ऊर्मि, हिलोर, हिलोरा, हिलकोरा, हिलकोर, मौज, हिल्लोल, बेला, अर्ण, अलूला,
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