| 1. | कशेरूक नाल में नीचले मेरूरज्जु की स्थिति
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| 2. | मेरुदंड यानी रीढ़ की हड्डी कशेरूक नामक अस्थियों से मिलकर बनी होती है।
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| 3. | मेरूदंड, रीढ़, या कशेरूक दंड अनेक छोटी अस्थियों से निर्मित होता है, जो कशेरूक (
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| 4. | मेरूदंड, रीढ़, या कशेरूक दंड अनेक छोटी अस्थियों से निर्मित होता है, जो कशेरूक (
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| 5. | से निकलकर शरीर के उसी खंड में फैल जाती हैं, जहाँ वे कशेरूक नलिका से निकली हैं।
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| 6. | सब से बाहर दृढ़ तानिका है, जो सारी कशेरूक नलिका को कशेरूकाओं के भीतर की ओर से आच्छादित करती है।
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| 7. | सब से बाहर दृढ़ तानिका है, जो सारी कशेरूक नलिका को कशेरूकाओं के भीतर की ओर से आच्छादित करती है।
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| 8. | सरवाइकल या गर्दन वाले भाग में कशेरूक के दो भाग होते हैं, एक मुख्य खंड और इसके पीछे तंत्रिका चाप।
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| 9. | सब से बाहर दृढ़ तानिका है, जो सारी कशेरूक नलिका को कशेरूकाओं के भीतर की ओर से आच्छादित करती है।
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| 10. | आयु अधिक होने पर अन्य अस्थियों के साथ कशेरूक भी दुर्बल हो जाते हैं और उनमें कैल्शियम की कमी हो जाती है।
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