२. २. कोशिकानुवंशिकी तथा सांस्कृतिक तकनीकियों को ध्यान में रखते हुएईंधन लकड़ी वाले वृक्षों को उगाने के महत्व पर कई योजनाएं शुरू की गई है.
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चूँकि यह गुण कोशिकाओं में उपस्थित वर्णकोत्पादक (chromogen) पर जीन (gene) द्वारा प्रदत्त होता है, इसलिये आजकल इन दोनों विभागों को एक में मिलाकर कोशिकानुवंशिकी कहते हैं।
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2. कोशिकानुवंशिकी (Cytogenetics)-इसके अंतर्गत कोशिका के अंदर की सभी चीजों का, कोशिका तथा केंद्रक (nucleus) के विभाजन की विधियों का तथा पौधे किस प्रकार अपने जैसे गुणोंवाली नई पीढ़ियों को जन्म देते हैं इत्यादि का, अध्ययन होता है।