उमा अपने हाथ कोहिनी के सहारे पलंग पर रखकर घोड़ी बन गई।
5.
दाहिनी कोहिनी को दाहिने घुटने पर और ठुड्डी को दाहिने हाथ की हथेली पर रखें।
6.
कमर सीधी, बायाँ हाथ मुड़ा हुआ, हथेली चौड़ी, दाहिने हाथ की कोहिनी बायें हाथ की हथेली पर बीचो − बीच, चारों अँगुलियाँ बन्द ।।
7.
मैन्डलिन की लहरियों पर तैरते सुरों का जादू उसके अभिसारित मन को और भी आलोड़ित कर रहा था पर मोहित की कोहिनी के नीचे दबा रेशमी आँचल मन सा ही, क्रश होता गया, मुड़ता और तुड़ता रहा।