| 1. | नहीं न? तो फिर जनता क्यूँ परेशानी सहे! खैर!
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| 2. | :) खैर! आते हैं मेन बात पर।
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| 3. | सरकारजी आप धन्य! मेट्रो तो खैर!
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| 4. | अभी-खुदा हाफ़िज़, शब्बा खैर! ;)
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| 5. | आसमाँ रंगीन हो उठा! खैर! फिर से उस रास्ते पे चलते हैं..
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| 6. | में भी देखने को मिला था, खैर! यूं तो विवाह-शादी, मुंडन, ये
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| 7. | हर समय बेहद दर्द में रहती हूँ. खैर! ज़िदगी चल रही थी. मै...
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| 8. | *कबीरा खडा बाज़ार, मांगे सब की खैर! ना काहु से दोस्ती, ना काहु से बैर!!*
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| 9. | ब्लॉग के संबंध में उनके विचार जानने के बाद भी! खैर! चलता है, होता है।
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| 10. | बिना पंचानेमेके केस न्यायालय के आधीन होही नही सकता!! ” खैर! पंचनामा बन जाता है।
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