२. एकलव्य के आदिवासी कुल का गणचिह्न 'महुवा' का पेड़ रहा है।
4.
टोटम यानी प्रतीक या गणचिह्न, जिससे कोई कबीला या समुदाय अपने अस्तित्व को जोड़कर देखता था.
5.
बाद में इसने प्रथा का रूप ले लिया और अनेक जातियों या कबीलों में आकृति विशेष के गुदनों को गणचिह्न के रूप में स्वीकार कर लिया गया।
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बाद में इसने प्रथा का रूप ले लिया और अनेक जातियों या कबीलों में आकृति विशेष के गुदनों को गणचिह्न के रूप में स्वीकार कर लिया गया।
7.
आदिवासियों के गणचिह्नों के बारे में यह सच्चाई है कि जिस आदिवासी घटक का जो गणचिह्न होगा उसे वह घटक संरक्षित भी करेगा और साथ-साथ उसका उपयोग या उपभोग भी करेगा जैसे भीलों का गणचिह्न महुआ, नागों का नाग आदि।
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आदिवासियों के गणचिह्नों के बारे में यह सच्चाई है कि जिस आदिवासी घटक का जो गणचिह्न होगा उसे वह घटक संरक्षित भी करेगा और साथ-साथ उसका उपयोग या उपभोग भी करेगा जैसे भीलों का गणचिह्न महुआ, नागों का नाग आदि।
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आदिवासियों के गणचिह्नों के बारे में यह सच्चाई है कि जिस आदिवासी घटक का जो गणचिह्न होगा उसे वह घटक संरक्षित भी करेगा और साथ-साथ उसका उपयोग या उपभोग भी करेगा जैसे भीलों का गणचिह्न महुआ, नागों का नाग आदि।
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आदिवासियों के गणचिह्नों के बारे में यह सच्चाई है कि जिस आदिवासी घटक का जो गणचिह्न होगा उसे वह घटक संरक्षित भी करेगा और साथ-साथ उसका उपयोग या उपभोग भी करेगा जैसे भीलों का गणचिह्न महुआ, नागों का नाग आदि।