सेल (गैस्ट्रिन स्रावण) गतिविधि रोकने का कार्य करती है.
2.
गैस्ट्रिन का स्रावण उदर में भोजन के पहुंचने से आरंभ होता है.
3.
इससे आंतों का गैस्ट्रिन स्रावित होने के लिए ट्रिगर हो जाता है.
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गैस्ट्रिन का स्रावण उदर में भोजन के पहुंचने से आरंभ होता है.
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इससे आंतों का गैस्ट्रिन स्रावित होने के लिए ट्रिगर हो जाता है.
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गैस्ट्रिन और एचसीएल (HCl) स्रावण का अवरोधन हटा दिया जाता है.
7.
प्रतिवर्त आमाशय से कोलन में गैस्ट्रिन के स्राव एवं बाह्य एच्छिक तन्त्रिकाओं द्वारा पहुंचता है।
8.
सेल गैस्ट्रिन का स्रावण करने के लिए ट्रिगर हो जाता है, और फिर वह भित्तीय कोशिकाओं को
9.
गैस्ट्रिन-यह उदर में होता है और गैस्ट्रिक ग्रंथियों को पेप्सिनोजेन (पेप्सिन एंजाइन का एक अक्रिय स्वरूप) और हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के स्रावण के लिए उद्दीप्त करता है.
10.
इससे G सेल गैस्ट्रिन का स्रावण करने के लिए ट्रिगर हो जाता है, और फिर वह भित्तीय कोशिकाओं को HCl का स्रावण करने के लिए उद्दीप्त करता है.