| 1. | किरीटी की ग्रसनी सारे जंतुजगत् में विलक्षण है।
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| 2. | किरीटी की ग्रसनी सारे जंतुजगत् में विलक्षण है।
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| 3. | ग्रसनी को तीन भागों में बांटा गया है-
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| 4. | ग्रसनी की दीवार से लारग्रंथियाँ संबंधित होती हैं।
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| 5. | ग्रसनी की दीवार से लारग्रंथियाँ संबंधित होती हैं।
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| 6. | में खुलता है और मुखनाल ग्रसनी (फ़ैरिन्स,
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| 7. | ग्रसनी का बाह्य अस्तर पेशीय होता है।
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| 8. | ग्रसनी ग्रासनली (ईसोफ़ेगस, Oesophagus) में खुलती है।
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| 9. | नोक की ठंडक. पृष्ठ-नासारन्ध्र अवरुद्ध. नाक और ग्रसनी का चिरप्रतिश्याय.
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| 10. | कर्ण, नासा, ग्रसनी रोगों का उपचार
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