| 1. | इन ग्राभों में संकुचन ग्राभ (
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| 2. | आजकल प्राय: सभी ट्रैक्टरो के ग्राभ चकती प्रकार के होते हैं।
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| 3. | इन सारी क्रियाओं के लिए इंजन और पारेषण गियर तथा पट्टक घिरनी के बीच ग्राभ (
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| 4. | आधुनिक ग्राभ अभिकल्प में बहुचकती प्रकार के ग्राभ के बदले द्विचकती और एकपट्ट ग्राभ का व्यवहार अधिक होता है।
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| 5. | आधुनिक ग्राभ अभिकल्प में बहुचकती प्रकार के ग्राभ के बदले द्विचकती और एकपट्ट ग्राभ का व्यवहार अधिक होता है।
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| 6. | आधुनिक ग्राभ अभिकल्प में बहुचकती प्रकार के ग्राभ के बदले द्विचकती और एकपट्ट ग्राभ का व्यवहार अधिक होता है।
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| 7. | असाध्य पक्षाघात से पीड़ित अंगों से यथासंभव काम लेने के लिए ग्राभ (), हाथ पैडिल से चलनेवाली कारों तथा हाथ तथा पैर की टेकों का निर्माण हुआ है।
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| 8. | असाध्य पक्षाघात से पीड़ित अंगों से यथासंभव काम लेने के लिए ग्राभ (), हाथ पैडिल से चलनेवाली कारों तथा हाथ तथा पैर की टेकों का निर्माण हुआ है।
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| 9. | असाध्य पक्षाघात से पीड़ित अंगों से यथासंभव काम लेने के लिए ग्राभ (), हाथ पैडिल से चलनेवाली कारों तथा हाथ तथा पैर की टेकों का निर्माण हुआ है।
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