| 1. | आमाशय से ग्रासनली (भोजननली) तक जलन होना।
|
| 2. | ग्रसनी ग्रासनली (ईसोफ़ेगस, Oesophagus) में खुलती है।
|
| 3. | भोजन करने पर ग्रासनली में ऐंठन वाला दर्द होना।
|
| 4. | ग्रासनली के तंत्रिका आपूर्ति वेगस तंत्रिका से निर्मित होती है।
|
| 5. | ग्रसनी का यह भाग ग्रासनली से जुड़ा हुआ रहता है।
|
| 6. | ग्रासनली की भित्ति चार परतों से मिलकर बनी होती है।
|
| 7. | इस बिंदु पर स्वरयंत्रग्रसनी (laryngopharynx) ग्रासनली के साथ चलती है.
|
| 8. | ग्रासनलीय अवरोधिनी के माध्यम से ग्रासनली से आमाशय में प्रवेश करता है.
|
| 9. | यहीं से ग्रासनली (oesophagus) तथा श्वास प्रणाली शुरू होती है।
|
| 10. | ग्रासनली का ऊपरी और निचला सिरा संकोचनी पेशियों द्वारा बंद रहते हैं।
|