| 1. | षिखर के अंत में आमलक, घट-पल्लव और कुंभ-कलष शोभायमान हैं।
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| 2. | षिखर के अंत में आमलक, घट-पल्लव और कुंभ-कलष शोभायमान हैं।
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| 3. | चतुस्थरीय प्रवेश द्वार विभिन्न देवी-देवताओं तथा बेल-बूटों, घट-पल्लव अभिप्राय,पशुओं जैसे हाथी,मगरमच्छ इत्यादि के अकंन से सुसज्जित है।
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| 4. | चतुस्थरीय प्रवेश द्वार विभिन्न देवी-देवताओं तथा बेल-बूटों, घट-पल्लव अभिप्राय,पशु जैसे हाथी,मकर इत्यादि के अकंन से सज्जित है.
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| 5. | मंदिर के समस्त स्तंभों में मुखमंडप के स्तंभों का घट-पल्लव अलंकरण सर्वाधिक कुशलता एवम् सौंदर्य का परिचय देता है।
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| 6. | चतुस्थरीय प्रवेश द्वार विभिन्न देवी-देवताओं तथा बेल-बूटों, घट-पल्लव अभिप्राय, पशु जैसे हाथी, मकर इत्यादि के अकंन से सज्जित है.
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