| 1. | मुद्रा का चलन- कब और कैसे हुआ?
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| 2. | ब्लागर मिलन-अच्छा है चलन- ब्लाग 4 वार्ता राजकुमार ग्वालानी
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| 3. | चलन- राग का चलन मन्द्र, मध्य तथा तार तीनों सप्तकों में समान रूप से होता है ।
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| 4. | कलीदार स्टाइल लहंगे का चलन- इसमें वेस्ट से ही ढ़ेर सारी कलियां बनाई जाती हैं जिससे यह बेहद घेरदार होता है।
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| 5. | -हिंदी के नाम पर टसुए बहाने का हो गया है चलन- “ हिंदी के नाम पर टसुए बहाए जाने की बढती प्रवृत्ति ”
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