उनके लेखन पर सर्वेंटीज़, काफ़्का, और चेस्टर्टन का प्रभाव स्पष्ट दिखता है.
3.
अपने में यह दिलचस्प बात है-और हलकी-सी व्यंग्यात्मक भी-कि जो अंग्रेजी लेखक ख़ुद आज अपने देश में पुराने और अपठनीय हो चुके हैं-स्टीवेंसन और चेस्टर्टन-बोर्ख़ेस-जैसे ' आधुनिक ' लेखक समय-समय पर उनके प्रति अपना आभार प्रकट करना नहीं भूलते, या शायद यह लन्दन की धुँध है-अदृश्य संकेतों और रहस्यमय खतरों से भरी हुई-जो बोर्ख़ेस को बरबस अपनी ओर खींचती है?