| 1. | व्यहवारिक छंद-शास्त्र (पिंगल और इल्मे-अरूज़ के तुलनात्मक
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| 2. | उर्दू के छंद-शास्त्र का तनिम-मनिक ज्ञान है।
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| 3. | व्यावहारिक छंद-शास्त्र (पिंगल और इल्मे-अरूज़ के तुलनात्मक विश्लेषण सहित)
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| 4. | अगली प्रविष्टि ' छंद-शास्त्र ' पर होगी।
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| 5. | उर्दू छंद-शास्त्र में इसे चुनौतीपूर्ण माना जाना अकारण नहीं होगा।
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| 6. | प्रो. सिंह:-क्या आप छंद-शास्त्र के नियमों के अनुसार कविता बनाते हैं?
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| 7. | व्यवहारिक छंद-शास्त्र के पृष्ठ 201-202 पर तख़नीक़ विधि का उपयोग है।
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| 8. | पिंगला के इस छंद-शास्त्र से पता चलता है की द्विआधरिय [
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| 9. | व्यहवारिक छंद-शास्त्र (पिंगल और इल्मे-अरूज़ के तुलनात्मक विश्लेषण सहित),
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| 10. | अरूज़-उर्दू छंद-शास्त्र) का सर्व प्रथम हिंदी में रूपांतर,
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