छाँद (सं.) [सं-स्त्री.] 1. छोटी रस्सी जिससे चौपायों के दो पैरों को एक दूसरे से सटाकर बाँध देते हैं ताकि वे दूर तक भाग न सकें, केवल कूद फाँदकर इधर-उधर चरते रहें 2.
परिभाषा
दुहते समय गाय, भैंस आदि के पैरों को बाँधने की रस्सी:"ग्वाला नोई से गाय के दोनों पिछले पैर बाँध रहा है" पर्याय: नोई, बंधी, नोइनी, छान,