| 1. | इनसे जठरीय वेधन (gastric perforation) हो सकता है।
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| 2. | जठरीय रस की क्रिया विशेषकर प्रोटीन पर होती है।
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| 3. | जठरीय रस का स्राव मुख्यतया तंत्रिकामंडल के अधीन है।
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| 4. | [संपादित करें] जठरीय बचाव में
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| 5. | जठरीय वस्तिक्रिया के तरल [संपादित करें]
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| 6. | ग्रेट डेन में जठरीय विस्तारण-वॉल्वलस (
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| 7. | गड़बड़ी करते हैं जो जठराग्नि (जठरीय आग) को प्रभावित करता
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| 8. | ग्रेट डेन में जठरीय विस्तारण-वॉल्वलस (GDV)
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| 9. | जठरीय तरलापनयन और वस्तिक्रिया [संपादित करें]
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| 10. | जठरीय रस की क्रिया द्वारा प्रोटीन से पहले मेटाप्रोटीन बनता है।
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