| 1. | जांनिसार को जितना भी जाना बज़रिये मंटो जाना।
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| 2. | जांनिसार अख़्तर ने नज़्म लिखी ”जश्ने आज़ादी”-
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| 3. | जांनिसार को जितना भी जाना बज़रिये मंटो जाना।
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| 4. | और जांनिसार अख् तर ने लिखा है ।
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| 5. | जांनिसार अख्तर का एक शेर है …….
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| 6. | ' जांनिसार अख्तर।' पुस्तक परिचय करवाने के लिये आभार।
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| 7. | जांनिसारी, कहो करें कैसे, जां कहीं, और जांनिसार कहीं
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| 8. | गीत को जांनिसार अख्तर ने लिखा था।
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| 9. | जांनिसार अख्तर ने कार्यक्रम का संचालन किया।
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| 10. | अलबत्ता, जांनिसार अख्तर का यही शेअर कहना चाहूंगी-
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