संज्ञा
| शरीर की वह आंतरिक अमूर्त सत्ता जिसमें भले-बुरे का ठीक और स्पष्ट ज्ञान होता है:"अंतरात्मा से निकली आवाज़ सच होती है" पर्याय: अंतरात्मा, अंतःकरण, अंतःपुर, हृदय, अंतर्मन, जियरा, अन्तरात्मा, अन्तःकरण, अन्तःपुर, अन्तर्मन, जमीर, ज़मीर, अंतर, अन्तर, अंतर्घट, अन्तर्घट, अंतस्, अन्तस्, अंतःसार, अन्तःसार, योनि,
| | छाती के अंदर बायीं ओर का एक अवयव जिसके स्पन्दन से सारे शरीर की नाड़ियों में रक्त-संचार होता रहता है:"हृदय प्राणियों का महत्वपूर्ण अंग है" पर्याय: हृदय, कलेजा, करेजा, दिल, हिय, जिगर, उर, मर्म स्थल, मर्म, जियरा, ही, उछंग, अवछंग, असह, उअर, हार्ट,
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