कभी कभी भिगोना और धोना दुहराना भी पड़ता है, किंतु खालों का अत्यधिक उत्फुल्लन रोकने के लिये विवेकपूर्ण जलशोषण और जीवणुपूयन का दृढ़ नियंत्रण अनिवार्य है।
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कभी कभी भिगोना और धोना दुहराना भी पड़ता है, किंतु खालों का अत्यधिक उत्फुल्लन रोकने के लिये विवेकपूर्ण जलशोषण और जीवणुपूयन का दृढ़ नियंत्रण अनिवार्य है।