टाईपिन भी सोने की नज़र आ रही थी, भला भीड उसे हाँथ कैसे लगा सकती थी?
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सभी स्वजाति बंधुओं से निवेदन है कि अपने प्रतीक को मकान, वाहन, व्यावसायिक साईन बोर्ड, कॉलर पिन, टाईपिन आदि पर प्रदर्शित करें जिससे हम अपने बंधुओं, उनके निवास व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को स्वतः ही पहचान सके।
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टाईपिन भी सोने की नज़र आ रही थी, भला भीड उसे हाँथ कैसे लगा सकती थी? मेरे मन में गुस्से का गुबार सा उठा कि उसका मुँह ही नोंच डालूं या... या... या.... मैंने आश्चर्य से देखा, उसनें नें एक निगाह लाश पर डाली फिर वापस अपनी कार में बैठा और चलता बना।