दूरसंचार विभाग के मुताबिक टेलीकॉम कंपनियों ने बीटीएस यानि बेस ट्रांसरिसीवर स्टेशन नहीं लगाए हैं।
2.
इसमें एक माइक्रोफोन, वायरलेस कम्युनिकेशन के लिए ट्रांसरिसीवर और पावर सप्लाई शामिल रहेंगे, जो बैटरी या सौर ऊर्जा से चलेगी।
3.
एक साल में दोगुनी होगी जीएसएम की क्षमता श्री सिंधिया ने बताया कि मप्र में बीएसएनएल जीएसएम (ग्लोबल सिस्टम मोबाइल) के बीटीएस (बेस ट्रांसरिसीवर सिस्टम) 1400 हैं और कुल उपभोक्ता 12 लाख 64 हजार।