In Sajjan Singh V . State of Rajasthan , Justice Mad-holkar said that the Preamble had the stamp of of the broad features of the Constitution which were an amplification or concreti-zatiorv of the concepts set out in the Preamble . सज्जन सिंह बनाम राजस्थान राज्य के मामले में , न्यायमूर्ति मधोलकर ने कहा था कि उद्देशिका पर ” गहन विचार-विमर्श की छाप है , उस पर सुस्पष्टता का ठप्पा है और उसे संविधान निर्माताओं ने विशेष महत्व दिया है .
लकड़ी या धातु आदि का वह खंड जिसपर कोई आकृति या बेल-बूटे आदि खुदे हों और उसे किसी दूसरी वस्तु पर रखकर दबाने से उसमें खुदी आकृति उतर या बन जाए:"मजदूर ठप्पे से कपड़ों पर तरह-तरह की छाप बना रहा है" पर्याय: थापा, छापा,