प्रकृतिवादी जॉर्ज हैरिस ने तस्मानियाई डैविल का पहला प्रकाशित विवरण 1807 में लिखा था और गोल कानों वाली इसकी भालू जैसी विशेषताओं के कारण इसका नाम डाइडेल्फिस उर्सिना रखा, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है “मीट खाने वाला भालू”.
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प्रकृतिवादी जॉर्ज हैरिस ने तस्मानियाई डैविल का पहला प्रकाशित विवरण 1807 में लिखा था और गोल कानों वाली इसकी भालू जैसी विशेषताओं के कारण इसका नाम डाइडेल्फिस उर्सिना रखा, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है “मीट खाने वाला भालू”.