कुछ प्रयोग प्रकाश के तरंगवत होने की तथा कुछ फोटानवत होने की पुष्टि करते थे।
2.
उनका विश्वास था कि यद्यपि सामाजिक विकास का मूल ध्येय प्रगति है, किंतु यह प्रगति सरल रेखा में नहीं चलती है, उसकी गति तरंगवत होती है-यह प्रगति क्रमागत उत्थान और पतन के माध्यम से होती है।