संज्ञा
| एक प्रकार के चमकीले पिंड जो कभी-कभी रात को आकाश में इधर-उधर जाते या पृथ्वी पर गिरते हुए दिखाई देते हैं:"श्याम खगोलविज्ञान के अंतर्गत उल्का का अध्ययन कर रहा है" पर्याय: उल्का, उल्कापिंड, टूटता तारा, तारकाभ, लूक,
| | आसमान में दिखाई देने वाले स्थिर खगोलीय पिंड जो रात को चमकते नज़र आते हैं :"पृथ्वी से बहुत ही दूर होने के कारण तारे छोटे दिखते हैं" पर्याय: तारा, सितारा, तारक, रोचनी, खग, ऋक्ष, नभश्चर, उड़ु, उड़ुचर, सारंग, स्टार, नक्षत्र,
| | आँख के बीच का काला भाग:"पुतली आँख का एक नाज़ुक एवं महत्वपूर्ण हिस्सा है" पर्याय: पुतली, आँख की पुतली, नेत्र पुतली, अक्षितारा, अक्षकूट, अक्षकूटक, धीरी, अलि, कालिका, कनीनक, कालक, तारक, तार,
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