कार्तिक अमावस को चन्द्रज्योति का नितान्त अभाव होता है. ज्योतिष के अनुसारइस समय तुलाराशि का सूर्य नीचस्थ होता है.
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शनि यदि मकर या कुम्भ राशि में हो तो स्वगृही होता है तथा तुलाराशि में होने पर उच्चता को प्राप्त होता है.
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दीपावली पूजन में अमावस तिथि, प्रदोष, निशीथ एवं महानिशीथकाल तथा तुलागत सूर्य माह एवं तुलाराशि का चंद्र विशेष महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
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शनि:-यदि मकर या कुम्भ राशि में हो तो स्वगृही होता है तथा तुलाराशि में होने पर उच्चता को प्राप्त होता है.
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तुलाराशि वाले कपड़ों का व्यापार, खूबसूरती बढानेवाले उत्पादन, हीरेजवाहरात, फूल, मिठाई, फिल्म एक्टिंग, दरजी, फैशन, डिजाईन, यौनचिकत्सक, ट्रांसपोर्ट, ब्यूटीपार्लर, इन कारोबारों से सफलता प्राप्त करते हैं।
परिभाषा
बारह राशियों में से सातवीं राशि:"तुला राशि का चिन्ह तराजू है" पर्याय: तुला_राशि, तुला, जूक, धट,