सिंघा को ही संस्कृत साहित्य में तूर्यनाद कहते हैं।
2.
इन जगहों का कोई तूर्यनाद नहीं हुआ
3.
' सूर्य के साथ तूर्यनाद सुनाई पड़ा.
4.
शारीरिक दर्द की तुरही का तूर्यनाद / उच्चनाद
5.
शंखानादव तूर्यनाद स्वप्न में चाचा के अंग-प्रत्यगं में प्रकंपन भर देते थे.
6.
इसी में ही अतीत गौरव और राष्ट्रीय चेतना का तूर्यनाद भी सुनाई पड़ता है।
7.
जब तुम उड़ते हो लयबद्ध मंद-मंद आकाशीय पंख फैलाए तब मैंने तुम्हारी आवाज़ में तूर्यनाद जैसी मेघ गर्जन की ध्वनियाँ सुनी हैं।
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जब तुम उड़ते हो लयबद्ध मंद-मंद आकाशीय पंख फैलाए तब मैंने तुम्हारी आवाज़ में तूर्यनाद जैसी मेघ गर्जन की ध्वनियाँ सुनी हैं।
9.
संघर्ष का आरंभ हस्ति सैन्य द्वारा किए गए आक्रमण से हुआ किंतु इसके पहले कि रोमन सेना श्रृंखलित होती, उन्होंने भीषण तूर्यनाद द्वारा हस्तिदल को अत्याधिक भयाक्रांत और विक्षिप्त कर दिया।
10.
वह साँय-सांॅय को दत्तचित्त होकर सुनने लगा. उसे लगा कि वह वन-प्रांतर कीसाँय-सांॅय कह रही है कि प्रत्यूष के प्रथम पहर में तूर्यनाद होगा औरमहामरण की छाया में, प्रलय के आघातों में, पवन की चीत्कारों में यह वीरों कादल, जो आज सुख की निद्रा में निमग्न, जो आज वीर क्षत्रा-~ णियों की गोद में प्यारममता, वात्सल्य लिए पड़ा हैं, जूझता हुआ दीखेगा और धरती का आँचल रक्त से भीगजायेगा.