संज्ञा
| एक प्राचीन यंत्र जिसमें नाँद में भरे हुए जल में एक छोटे छेदवाली कटोरी रहती थी और उस कटोरी में भरनेवाले जल के परिमाण से समय का ज्ञान होता था:"वर्तमान काल में जलघड़ी का प्रचलन नहीं है" पर्याय: जलघड़ी, तोययंत्र,
| | वह मानवकृति जिसमें से ऊपरी दबाव के कारण जल की पतली धार या छींटे जोर से निकलकर चारों ओर गिरते हैं:"उद्यान में लगे फव्वारों से रंग-बिरंग का पानी निकल रहा था" पर्याय: फव्वारा, फौवारा, फ़ौवारा, फुहारा, फ़व्वारा, फौव्वारा, फ़ौव्वारा, फुवारा, तोययंत्र, शृंग,
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