अष्टकूटों में सबसे अधिक महत्व दिये जाने वाले दो कूट नाड़ी तथा भकूट के साथ कई भारतीय ज्योतिषि सबसे अधिक भयावह बातें जोड़ते हैं तथा इन दोषों में से किसी एक दोष या दोनों के ही उपस्थित होने पर कुंडली धारकों के वैवाहिक जीवन में भयंकर मुसीबतों का आगमन बताया जाता है जिनमें संतान न पैदा होना, अति दरिद्रतापूर्वक जीवन व्यतीत करना तथा पति-पत्नि में से किसी एक या दोनों की ही विवाह के शीघ्र पश्चात मृत्यु हो जाना भी बताया जाता है।