दुश्मन अब भी दुराग्राही बना हुआ हैं, लेकिन मुद्दा ये नहीं हैं, उनके लक्ष्य संसाधन हैं और उनके लक्ष्य हैं अपने नए प्रतिद्वन्दी चीन के खिलाफ युद्धनीति बनाना।
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दुश्मन अब भी दुराग्राही बना हुआ हैं, लेकिन मुद्दा ये नहीं हैं, उनके लक्ष्य संसाधन हैं और उनके लक्ष्य हैं अपने नए प्रतिद्वन्दी चीन के खिलाफ युद्धनीति बनाना।