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देवापि वाक्य

उच्चारण: [ daapi ]
"देवापि" का अर्थ
उदाहरण वाक्यमोबाइल
  • और पणि (10।108), देवापि और शंतनु (10।98), नचिकेता (10।135),।
  • देवापि तेसं पिहंति सं बुद्धा नं सतीमता।।
  • प्रतापकी वृद्धावस्था में तीन पुत्र हुए देवापि, शान्तनु और वाल्हीक.
  • प्रतीप के सुनंदा से तीन पुत्र देवापि, बाह्लीक एवं शांतनु का जन्म हु आ.
  • निरुक्त [17] ने व्याख्या उपस्थित की है कि ॠग्वेद [18] में उल्लिखित देवापि एवं शन्तनु ऐतिहासिक व्यक्ति थे और कुरु के राजा ऋष्टिषेण के पुत्र थे।
  • निरुक्त * ने व्याख्या उपस्थित की है कि ॠग्वेद * में उल्लिखित देवापि एवं शन्तनु ऐतिहासिक व्यक्ति थे और कुरु के राजा ऋष्टिषेण के पुत्र थे।
  • देवापि किशोरावस्था में ही सन्यासी हो गए एवं बाह्लीक युवावस्था में अपने राज्य की सीमाओं को बढ़ने में लग गए इसलिए सबसे छोटे पुत्र शांतनु को गद्दी मिली.
  • अपने निरुक्त में उन्होंने भीष्म के पिता शान्तनु और शान्तनु के भाई देवापि का जिस तरह से वर्णन किया है, उससे असंदिग्ध रूप से मान लिया गया कि यास्क शान्तनु के समकालीन थे।
  • कुरुवंश के देवापि बड़े और शांतनु छोटे थे | पिता के स्वर्गवास के बाद राज्याभिषेक का प्रश्न उठने पर देवापि चिंतित हो उठे | वे चर्मरोगी थे इसलिए वे शांतनु को राजा बनाना चाहते थे |
  • कुरुवंश के देवापि बड़े और शांतनु छोटे थे | पिता के स्वर्गवास के बाद राज्याभिषेक का प्रश्न उठने पर देवापि चिंतित हो उठे | वे चर्मरोगी थे इसलिए वे शांतनु को राजा बनाना चाहते थे |
  • 2), अग्नि का जन्म (5।11), श्यावाश्व (5।32), बृहस्पति का जन्म (6।71), राजा सुदास (7।18), नहुष (7।95), अपाला (8।91), नाभानेदिष्ठ (10।61।62), वृषाकपि (10।86), उर्वशी और पुरूरवा (10।95), सरमा और पणि (10।108), देवापि और शंतनु (10।98), नचिकेता (10।135),।
  • वैवस्वत मनु से महाभारत तक के काल को वैदिक युग कहा गया है जिसमें ऋषिगण गृत्समद, वामदेव, विश्वमित्र, भारद्वाज, अत्रि, वशिष्ट, शिवि, प्रतर्दन, लोपामुद्रा, देवापि आदि रचनाकारों ने विभिन्न विषयों पर रचनाओं का निर्माण कर भारतीय साहित्य को पोषित किया।
  • “ आप लोग ठीक कहते हैं, पर आपको विश्वास होना चाहिए कि मैं आपके कल्याण की बात में कुछ भी कमी नहीं रखूंगा | राजा का कार्य ही है कि वह सदा प्रजा का हितचिंतन करता थे | ” देवापि ने छिपे तरीके से शांतुन का पक्ष लिया |
  • तपस्वी देवापि राजधानी में लौट आए | उनके आगमन से चारों ओर आनंद छा गया | दोनों भाइयों के सत्य पालन से अनावृष्टि समाप्त हो गई | यज्ञ की काली-काली धूम-रेखाओं ने गगन को आच्छादित कर लिया | बृहस्पति प्रसन्न हो उठे | पर्जन्य की कृपा-वृष्टि से नदी, तालाब, वृक्ष और खेतों के प्राण लौट आए | देवापि ने अपने सत्यव्रत से प्रजा की कल्याण साधना की |
  • तपस्वी देवापि राजधानी में लौट आए | उनके आगमन से चारों ओर आनंद छा गया | दोनों भाइयों के सत्य पालन से अनावृष्टि समाप्त हो गई | यज्ञ की काली-काली धूम-रेखाओं ने गगन को आच्छादित कर लिया | बृहस्पति प्रसन्न हो उठे | पर्जन्य की कृपा-वृष्टि से नदी, तालाब, वृक्ष और खेतों के प्राण लौट आए | देवापि ने अपने सत्यव्रत से प्रजा की कल्याण साधना की |
  • “ भाई! मैं तो चर्मरोगी हूं | मेरी त्वचा दूषित है | मुझमें रोग के कारण राजकार्य की शक्ति नहीं थी, इसलिए प्रजा के कल्याण की दृष्टि से मैंने वन का रास्ता लिया था, यह सत्य बात है | पर इस समय अनावृष्टि के निवारण के लिए, बृहस्पति की प्रसन्नता के लिए मैं आपके वृष्टि काम-यज्ञ का पुरोहित बनूंगा | ” देवापि ने महाराज शांतुन को गले लगा लिया | प्रजा उनकी जय-जयकार करने लगी |
  • “ महाराज की जय हो! ” प्रजा नतमस्तक हो गई | शांतनु के राज्यभिषेक के बाद ही देवापि ने तप करने के लिए वन की ओर प्रस्थान किया | शांतनु राज्य का काम संभालने लगे | लेकिन एकाएक राज्य में अकाल पड़ गया | कोई उपाय जब वृष्टि करने में सफल न हो सका, तो महाराज शांतुन ने देवापि की शरण ली | शांतुन ने राज्य की स्थिति का वर्णन करते हुए प्रजा के कष्ट को हरने का उपाय बताने को कहा | शांतुन ने अपने बड़े भाई के चरण पकड़ लिए |
  • “ महाराज की जय हो! ” प्रजा नतमस्तक हो गई | शांतनु के राज्यभिषेक के बाद ही देवापि ने तप करने के लिए वन की ओर प्रस्थान किया | शांतनु राज्य का काम संभालने लगे | लेकिन एकाएक राज्य में अकाल पड़ गया | कोई उपाय जब वृष्टि करने में सफल न हो सका, तो महाराज शांतुन ने देवापि की शरण ली | शांतुन ने राज्य की स्थिति का वर्णन करते हुए प्रजा के कष्ट को हरने का उपाय बताने को कहा | शांतुन ने अपने बड़े भाई के चरण पकड़ लिए |

देवापि sentences in Hindi. What are the example sentences for देवापि? देवापि English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.