ग्लाइकीनिया में शाखाओं का विभाजन द्विभाजी (dichotomous) होता है।
2.
ग्लाइकीनिया में शाखाओं का विभाजन द्विभाजी (
3.
द्विभाजी विभाजन के भी कई रूप होते हैं, जैसे यथार्थ (
4.
अगर एक स्थान से मुख्य शाखा दो भागों में विभाजित हो जाए, तो इसे द्विभाजी (
5.
द्विभाजी विभाजन के भी कई रूप होते हैं, जैसे यथार्थ (true) द्विविभाजन, या कुंडलनी (helicoid), या वृश्चिकी (scorpioid)।
6.
द्विभाजी विभाजन के भी कई रूप होते हैं, जैसे यथार्थ (true) द्विविभाजन, या कुंडलनी (helicoid), या वृश्चिकी (scorpioid) ।
7.
अगर एक स्थान से मुख्य शाखा दो भागों में विभाजित हो जाए, तो इसे द्विभाजी (dichotomous) विन्यास कहते हैं अन्यथा अगर मुख्य तने के किनारे से टहनियाँ निकलती रहे, तो इन्हें पार्श्व (lateral) विन्यास कहते हैं।
8.
अगर एक स्थान से मुख्य शाखा दो भागों में विभाजित हो जाए, तो इसे द्विभाजी (dichotomous) विन्यास कहते हैं अन्यथा अगर मुख्य तने के किनारे से टहनियाँ निकलती रहे, तो इन्हें पार्श्व (lateral) विन्यास कहते हैं।