वर्णांधता का विकार सबसे अधिक एकवर्णिक (monochromatic) व्यक्तियों में, इनसे कम द्विवर्णिक (dichromatic) व्यक्तियों में तथा अंत में सबसे कम त्रिवर्णिक (trichormatic) व्यक्तियों में पाया जाता है।
3.
दोनों एसिड और क्रोमिक एसिड प्रकृति में पाया नहीं द्विवर्णिक (विशेष वर्ण-अंध दृष्टि क जिसे तीन आधारभूत रंगों में केवल दो ही दिखाई पडें), लेकिन आयनों उनमें से क्रोमियम यौगिकों के कई प्रकार में पाए जाते हैं.