| 1. | द्विविम नियंत्रण हेतु सभी बिंदुओं के और निर्देशांकों (
|
| 2. | द्विविम अनुरेखक नियंत्रण या तो कर्तक (
|
| 3. | द्विविम अर्थात् समतल प्रवाह में गति रेखाएँ, अर्थात् धारा रेखाएँ (
|
| 4. | मानचित्र वस्तुत: त्रिविम (three dimensional) भूतल का द्विविम (two dimensional) चित्र प्रस्तुत करता है।
|
| 5. | द्विविम अनुरेखक नियंत्रण या तो कर्तक (Cutter) को घुमाता है या समकोणिक दिशा में कार्य करता है।
|
| 6. | अनंत विस्तारवाले पक्षक पर से प्रवाह द्विविम होता है, क्योंकि पक्षक के अनुप्रस्थ परिच्छेदों पर तत्सम प्रवाह मिलेगा।
|
| 7. | अत: प्रत्येक मानचित्र में द्विविम स्थितितथ्य, अर्थात् वस्तु की लंबाई, चौड़ाई चित्रित होती है, न कि ऊँचाई या गहराई।
|
| 8. | द्विविम नियंत्रण हेतु सभी बिंदुओं के और निर्देशांकों (Coordinates) की गणना चुने हुए दत्त से कर ली जाती है।
|
| 9. | अत: प्रत्येक मानचित्र में द्विविम स्थितितथ्य, अर्थात् वस्तु की लंबाई, चौड़ाई चित्रित होती है, न कि ऊँचाई या गहराई।
|
| 10. | मानचित्र वस्तुत: त्रिविम (three dimensional) भूतल का द्विविम (two dimensional) चित्र प्रस्तुत करता है।
|