| 1. | धर्मच्युत कार्य करना भ्रष्ट आचरण होता था।
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| 2. | भगवान् कृष्ण ने धर्मच्युत व्यक्ति को
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| 3. | और धर्मच्युत हो सकते हैं.
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| 4. | अनुआई धर्मच्युत को जाएगा तो धर्म को धारण कौन करेगा।
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| 5. | इसलिए शिखा काटने पर मनुष्य धर्मच्युत हो जाता है ।
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| 6. | उसे छोड़े तो धर्मच्युत हो..
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| 7. | धर्मच्युत! घोषित कर दिया गया था और एक हफ्ते तक
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| 8. | न्याय-नीति विहीन, डरपोक और युद्ध-विमुख क्षत्रिय धर्मच्युत और पामर है।
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| 9. | भगवान् कृष्ण ने धर्मच्युत व्यक्ति को निरादृत तथा उपहासयोग्य बताया है।
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| 10. | धर्मच्युत होने की इस हद की पीड़ा का द्योतक है कि मुंह दिखाने
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