जमादार मोहल्ले के और लोग भी उस दिन धर्मोन्मत्त भारी भीड़ का बुरी तरह शिकार बने।
3.
एक धर्मोन्मत्त अफ़ग़ान ने 1707 ई. के अन्त में गोदावरी नदी के निकट नांदेर नामक स्थान पर गुरु गोविन्द सिंह को छुरा मार दिया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
4.
लेकिन बाद में शैव धर्मोन्मत्त राजाओं जैसे किरुमी कंदा चोल (द्वीतीय कुलोथुंगन के नाम से भी प्रचलित) आदि के सांस्कृतिक आक्रमण के दौरान इस स्थल को एक शैव धार्मिक स्थल के रूप में अधिक प्रचारित कर दिया गया.