तभी उस विशिष्ट को एक अग्निमय वेग और आवेग प्राप्त होगा, जब वह किसी दिशा की ओर धावित होगा।
8.
निज के ही उन्मादक परिमल के पीछे धावित हो होकर अपने ऊपर चिढ़ते देखा है बादल कों घिरते देखा है।
9.
दुर्गम बर्फ़ानी घाटी मेंशत्-सहस्र फुट ऊँचाई परअलख नाभि से उठने वालेनिज के ही उन्मादक परिमल-के पीछे धावित हो-होकरतरल तरुण कस्तूरी मृग कोअपने पर चिढ़ते देखा हैबादल को घिरते देखा है।
10.
इस पे्रम का अनन्त विस्तार ' असाध्य वीणा' में मिलता है जहाँ किरीटी-तरु से केहरि पीठ खुजलाने आते हैं, वन-यूथों का शोर और द्रुत धावित पक्षियों के पैरों की सिहरन है।