लोकतंत्र में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स के बीच धृवीकरण तो होगा ही।
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पंथाधारित धृवीकरण तो ठीक नहीं है किन्तु वर्तमान लोकतांत्रिक व्यवस्था में हिन्दुआंे का सुदृढ़ संगठन देश की एकता के लिये अनिवार्य है।
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वरुण गांधी की गैरजरुरी टिप्पणियां और उस पर बीजेपी का अस्पष्ट रुख, यूपी मे मुस्लिम वोटों का एकतरफ़ा धृवीकरण का कारण बना।
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सहयोगी दलों और भाजपा के भीतर के लोग ये कहते हैं कि आप बहुत अधिक धृवीकरण करने वाले व्यक्ति हैं यदि अमेरिका में, डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स के बीच धृवीकरण न हो, तो लोकतंत्र कैसे चलेगा? यह तो (होना ही है) ।
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सहयोगी दलों और भाजपा के भीतर के लोग ये कहते हैं कि आप बहुत अधिक धृवीकरण करने वाले व्यक्ति हैं यदि अमेरिका में, डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स के बीच धृवीकरण न हो, तो लोकतंत्र कैसे चलेगा? यह तो (होना ही है) ।
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साथ मे आप दिग्विजय जैसे बेहूदा बयआनवाज़ो को भूल रहे है,,, चिदंबरम और सिबल तो एसा जताते है की मानो वो देश पर सत्ता करने के लिए ही पैदा हुए है,,, पर उत्तर प्रदेश का चुनाव मुस्लिम मतो के धृवीकरण का भी प्रमाण है,,, ये मज़हबी एकमूस्त मतदान लोकतंत्र के लिए उचित नही है,,, हो सकता है की मुलायम मुस्लिम तुस्टिकरण को एक नये आयाम तक ले जाए,,, गुंडागर्दी तो कल से देखी गयी है,,,