| 1. | नकलनवीस चिड़ीमार निकला, उसने पाँच रूपये माँगे।
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| 2. | हाकिम के दफ्तर के बाहर एक नकलनवीस बैठा था।
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| 3. | इसके लिए नकलनवीस नाम का एक कर्मचारी होता है।
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| 4. | नकलनवीस ने उनकी समस्या को समझकर एक दरख्वास्त बना दी।
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| 5. | नकलनवीस बेचारा क्या करे! कलमवालों की जात ही ऎसी है।
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| 6. | यह नकलनवीस बार-बार गलतियां क्यों निकाला करता है? चोट्टा कहीं का! ”
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| 7. | तहसील में जब लंगड़ नक़ल लेने गया तो नकलनवीस ने उससे पाँच रूपये माँगे।
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| 8. | दो-चार वकील वहाँ खड़े थे, उन्होंने पहले नकलनवीस से कहा कि भाई दो रुपये में ही मान जाओ।
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| 9. | यह नकलनवीस बार-बार गलतियां क्यों निकाला करता है? चोट्टा कहीं का!“”गाली न दो बापू,“लंगड़ ने कहां,”यह धरम की लड़ाई है।
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| 10. | नकलनवीस, पेशकार सभी की ओर से लंगड़ की अर्जी में कुछ न कुछ नुक्स निकाल लंगड़ की अर्जी लटका दी जाती।
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