संज्ञा
| किसी को रिझाने या झूठ-मूठ अपनी अस्वीकृति या सुकुमारता सूचित करने के लिए की जानेवाली स्त्रियों की अथवा स्त्रियों की-सी चेष्टा:"सीता बहुत नखरे करती है" पर्याय: नखरा, चोचला, चोंचला, अलबल,
| | शृंगार रस में एक विशेष अवस्था:"नायक नायिका का अभिमान देख प्रसन्न हो रहा है" पर्याय: अभिमान, मान, नखरा,
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