| 1. | नश्तर-से चुभोते हैं ये बदन पे मेरे।
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| 2. | उतर गया रग-ए-जान मैं ये नश्तर फिर भी
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| 3. | नश्तर है नज़र जिसकी, जुल्फें हैं इक कफस,
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| 4. | भूल जाता किसने उसको बदले में नश्तर दिये
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| 5. | सच के सीने में नश्तर, मैं इक औरत
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| 6. | आई जो उनकी याद तो नश्तर चुभो गई,
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| 7. | यहीं से सवालों के नश्तर मन भेदने लगे।
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| 8. | हँसी मन को नश्तर की तरह घोंप गई।
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| 9. | नश्तर है मेरे हाथ में कन्धों पे मैकदा
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| 10. | पर आंसू नश्तर की तरह चुभ रहे हैं
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