नाइट्रोसिल क्लोराइड का पुनः नाइट्रिक आक्साइड और क्लोरीन में विघटन हो सकता है।
3.
अनेक अभिकर्मकों, हाइड्रोजन, हाइड्रोजन क्लोराइड, ब्रोमीन, नाइट्रोसिल क्लोराइड आदि से यौगिक बनते हैं।
4.
इसलिये अम्लराज के धुएँ में नाइट्रोसिल क्लोराइड और क्लोरीन के अलावा नाइट्रिक आक्साइड भी होती है।
5.
इस स्तंभ में ऊपर से गे-लुसैक स्तंभ का गन्धकाम्ल तथा नाइट्रोसिल गन्धकाम्ल का मिश्रण टपकता है।
6.
अनेक अभिकर्मकों, हाइड्रोजन, हाइड्रोजन क्लोराइड, ब्रोमीन, नाइट्रोसिल क्लोराइड आदि से यौगिक बनते हैं।
7.
इसी प्रकार के नाइट्रोसिल यौगिक, Fe (NO)4, और मिश्रित कार्बोनिल नाइट्रोसिल, Fe (NO)2, (CO)2, भी ज्ञात हैं।
8.
इस स्तंभ में ऊपर से गे-लुसैक स्तंभ का सल्फ़्यूरिक अम्ल तथा नाइट्रोसिल सल्फ़्यूरिक अम्ल का मिश्रण टपकता है।
9.
इस स्तंभ में ऊपर से गे-लुसैक स्तंभ का सल्फ़्यूरिक अम्ल तथा नाइट्रोसिल सल्फ़्यूरिक अम्ल का मिश्रण टपकता है।
10.
इस अभिक्रिया के फलस्वरूप वाष्पशील नाइट्रोसिल क्लोराइड तथा क्लोरीन बनती हैं जो अम्लराज से निकलने वाले धुंएँ तथा अम्लराज के लाक्षणिक पीले रंग से स्पष्ट है।