गले से सम्बंधित लक्षण:-नासा-ग्रसनी का सूज जाना, गले की नली का सूज जाना, बलगम वाली खांसी आना तथा उल्टी के बलगम का आना।
2.
इसके अतिरिक्त हाई डोज रेट ब्रेकीथेरेपी ग्यॉनोकोलॉजिकल कैंसर और स्तन कैंसर, भोजन नलिका, श्वसनी (ब्रौंकस), नासा-ग्रसनी (नैसोफेरिंक्स) आदि के लिए उपयुक्त रेडियोथेरेपी प्रदान करेगी।
3.
गले से सम्बंधित लक्षण-रोगी को गला और मुंह बहुत ज्यादा सूखा हुआ सा महसूस होना, भोजन करने की नली में जलन होना, नासा-ग्रसनी (नाक की नली) में कच्चापन सा महसूस होना, रोगी को बलगम निगलने के लिए मजबूर होना पड़ता है जबकि इसमें रोगी को बहुत ज्यादा परेशानी होती है।