इसके कारण धारुक के भीतर निपीड हर स्थान पर बराबर होगा।
2.
इसके कारण धारुक के भीतर निपीड हर स्थान पर बराबर होगा।
3.
इसके कारण धारुक के भीतर निपीड हर स्थान पर बराबर होगा।
4.
(४) मस्तिष्क विकृति-यह उपद्रव बच्चों में रक्त-~ निपीड की अधिकता के कारण होताहै.
5.
रक्त निपीड बढ़ता जाय तथा मूत्र की राशि घटती जायतो समझना चाहिये कि रोग असाव्य हो गया है.
6.
यह तेल भीतर जाकर धुरी के घूमने पर जो झिल्ली बनाता है उसके महत्तम निपीड का स्थान धुरी की रफ्तार, भार और इसके घूमने की दिशा पर निर्भर है।
7.
यह तेल भीतर जाकर धुरी के घूमने पर जो झिल्ली बनाता है उसके महत्तम निपीड का स्थान धुरी की रफ्तार, भार और इसके घूमने की दिशा पर निर्भर है।
8.
यह तेल भीतर जाकर धुरी के घूमने पर जो झिल्ली बनाता है उसके महत्तम निपीड का स्थान धुरी की रफ्तार, भार और इसके घूमने की दिशा पर निर्भर है।
9.
जब भार को काँटे में बाँधा जा रहा हो, अथवा क्रेन भार को डालकर वापस आ रहा हो, तब वाष्पित्र से पूरी भाप नहीं ली जाती और उसी समय में वाष्पित्र अपना निपीड बना लेता है।
10.
जब भार को काँटे में बाँधा जा रहा हो, अथवा क्रेन भार को डालकर वापस आ रहा हो, तब वाष्पित्र से पूरी भाप नहीं ली जाती और उसी समय में वाष्पित्र अपना निपीड बना लेता है।