| 1. | निश्चेतनता के रोगी की सतर्क देखभाल बहुत आवश्यक है।
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| 2. | निश्चेतनता के रोगी की सतर्क देखभाल बहुत आवश्यक है।
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| 3. | चिकित्सा के क्षेत्र में निश्चेतनता (
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| 4. | 1 निश्चेतनता के पहले रोगी की प्रत्यक्ष देखी दशा का ज्ञान तथा 2.
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| 5. | किसी भी बाह्य उद्दीपन से रोगी की निश्चेतनता दूर नहीं की जा सकती।
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| 6. | निश्चेतनता के कारण का निदान करने के लिए दो बातें आवश्यक हैं:
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| 7. | किसी भी बाह्य उद्दीपन से रोगी की निश्चेतनता दूर नहीं की जा सकती।
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| 8. | नष्ट हो जाती है और बहुत काल तक वैसी निश्चेतनता की दशा बनी रहती है।
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| 9. | नष्ट हो जाती है और बहुत काल तक वैसी निश्चेतनता की दशा बनी रहती है।
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| 10. | प्रणय-श्रृंग की निश्चेतनता में अधीर बाँहॉ के आलिंगन में देह नहीं श्लथ, यही विभा बँधती है.
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