आशा करता हूँ कि दिनेशरायजी इसे पचनीय टिप्पणी मानेंगे।
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आशा करता हूँ कि दिनेशरायजी इसे पचनीय टिप्पणी मानेंगे।
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पशु को हर रोज 200 ग्राम पचनीय प्रोटीन एवं 1500 कि.
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क् या कैलाश सत् यार्थी को इतना भी पचनीय नहीं... खुद ही पढ़ लें.....
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सारा संगीत अनिवार्य रूप से पचनीय होना चाहिए, जिसमें गीत या तो पात्रों द्वारा गाये या प्रस्तुत किये जाने चाहिए अथवा रेडियो, कम्प्यूटर और अन्य उपकरणों पर सुने जाने चाहिए.
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सारा संगीत अनिवार्य रूप से पचनीय होना चाहिए, जिसमें गीत या तो पात्रों द्वारा गाये या प्रस्तुत किये जाने चाहिए अथवा रेडियो, कम्प्यूटर और अन्य उपकरणों पर सुने जाने चाहिए.
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सारा संगीत अनिवार्य रूप से पचनीय होना चाहिए, जिसमें गीत या तो पात्रों द्वारा गाये या प्रस्तुत किये जाने चाहिए अथवा रेडियो, कम्प्यूटर और अन्य उपकरणों पर सुने जाने चाहि ए.
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दिमाग में रोज़ बा रोज़ जाने वाली सूचना जिसे दिमाग टुकडा टुकडा ग्रहण कर लेता है, पचनीय सूचना, जो दिमाग के स्म्रति कोष में समाहित हो जाती है, दिमागी रफेज़ कही जा सकती है.
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आखिर इस स्टोरी में ऐसा क्या है...पढ़ने पर तो नहीं समझ आता कि वस्तुपरकता के मानदंडों पर कहीं भी यह चूक रही हो...क्या कैलाश सत्यार्थी को इतना भी पचनीय नहीं...खुद ही पढ़ लें.....लेकिन उससे पहले यह बता दें कि जो रिपोर्ट नीचे दी जा रही है वह पत्रकार द्वारा फाइल की गई मूल रिपोर्ट है...इसमें से सत्यार्थी द्वारा धमकियां दिए जाने समेत कुछ और तथ्य प्रकाशित रिपोर्ट में से हटा दिए गए हैं...
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आखिर इस स्टोरी में ऐसा क्या है...पढ़ने पर तो नहीं समझ आता कि वस्तुपरकता के मानदंडों पर कहीं भी यह चूक रही हो...क्या कैलाश सत्यार्थी को इतना भी पचनीय नहीं...खुद ही पढ़ लें.....लेकिन उससे पहले यह बता दें कि जो रिपोर्ट नीचे दी जा रही है वह पत्रकार द्वारा फाइल की गई मूल रिपोर्ट है...इसमें से सत्यार्थी द्वारा धमकियां दिए जाने समेत कुछ और तथ्य प्रकाशित रिपोर्ट में से हटा दिए गए हैं...हरेक महान शुरुआत आखिरकार लड़खड़ाने को अभिशप्त होती है.