| 1. | पदविन्यास भी प्राय: गद्य का सा रहता है।
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| 2. | पदविन्यास और भाषासौष्ठव रामचरितमानस का सा ही है।
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| 3. | पदविन्यास और भाषासौष्ठव रामचरितमानस का सा ही है।
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| 4. | का पदविन्यास एक ही प्रकार का होना चाहिए। '
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| 5. | पदविन्यास और भाषासौष्ठव रामचरितमानस का सा ही है।
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| 6. | पदविन्यास भी प्राय: गद्य का सा रहता है।
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| 7. | पदविन्यास और भाषा सौष्ठव रामचरितमानस का सा ही है।
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| 8. | रस का वर्णन है ठीक उसके अनुकूल पदविन्यास है।
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| 9. | मूर्ति प्रत्यक्षीकरण, भाषा की वक्रता, विरोध चमत्कार, कोमल पदविन्यास
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| 10. | इनका पदविन्यास बहुत ही सुंदर है.
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